Solar Cooker In Hindi | सोलर कुकर क्या है? कार्य प्रकार उपयोग

तो दोस्तों आज के Solar cooker In Hindi इस लेख में हम सोलर कुकर क्या होता है ये जानने वाले है | सोलर कुकर कैसे काम करता है उसके कितने प्रकार है और इनका इस्तेमाल किस तरह से किया जाता है वह देखने वाले है |Solar cooker का इस्तेमाल घरो में खाना पकाने के लिए इस्तेमाल किया जाता है| Solar Cooker diagram in hindi

solar cooker in hindi Electricaldose
Solar Cooker In Hindi

सोलर कुकर क्या है ?(Solar cooker In Hindi)

अभी जो घरो में खाना पकाने के लिए इंधन का इस्तेमाल किया जाता है वह इंधन दिन ब दिन कम होता जा रहा है इसी कमी की वजह से उसकी कीमत भी बढ़ रही है उस इंधन की कमी को दूर करने के लिए solar energy का इस्तेमाल किया जा सकता है |

सोलर उर्जा सूरज से निकलती है और यह मुफ्त में मिल जाती है और इससे किसी भी प्रकार का प्रदुषण नहीं होता है |

सूरज से आने वाले उर्जा को हमें सिर्फ एक जगह पर केन्द्रित करना होता है याने की सूरज से से आने वाले किरणों को हमें जिस बर्तन में खाना पकाना है उस जगह पर केन्द्रित करना है |

इसी सोलर किरणों को एक जगह केन्द्रित करके गर्मी उत्पन्न करने के लिए सोलर कुकर (Solar cooker) का इस्तेमाल किया जाता है | इसका इस्तेमाल करना बोहोत आसान होता है और इसकी कीमत भी बोहोत कम होती है |

solar cooker in hindi 1 Electricaldose
Solar cooker

सोलर कुकर की बनावट (Construction Of Solar Cooker)

सोलर कुकर की बनावट बोहोत आसान होती है और उसमे इस्तेमाल होने वाली चीजे भी बोहोत आसानी से मिल जाती है | इसको बनाने के लिए एक बॉक्स की जरुरत होती है जो अन्दर से इंसुलेटेड होता है,इस बॉक्स को बंद करने के लिए एक एक ढक्कन की जरुरत होती है |

इसी ढक्कन पर रिफ्लेक्टर मिरर या फिर एल्युमीनियम फॉयल को लगाया जाता है इसका आकर इस तरह से होता है की जो किरणे इसपर गिरती है हव बॉक्स के मध्य में केन्द्रित हो जाती है उसकी वजह से बॉक्स के अन्दर का तापमान बढ़ जाता है |

अगर धुप अच्छी हो तो बॉक्स के अन्दर का तापमान 160℉ तक बढ़ सकता है |

सोलर कुकर के प्रकार (Types Of Solar Cooker)

  1. Indirect or Box Type (इनडायरेक्ट या बॉक्स टाइप)
  2. Direct or Focusing Type (डायरेक्ट और फ़ोकसिंग टाइप)
  3. Advance Separate Collector & Chamber Type (एडवांस सेपरेट कलेक्टर & चेंबर टाइप)

1.Indirect or Box Type (इनडायरेक्ट या बॉक्स टाइप)

इसमे एक इंसुलेटेड बॉक्स का इस्तेमाल किया जाता है जो की squre या rectangle के आकार का होता है | और इस बॉक्स के अन्दर वाला हिस्सा ब्लैक याने काले रंग से पेंट किया होता है ताकि वह गर्मी को अपने अंदर ले सके |

यह टीक लाकदिसे बना होता है , और वाल 45° के एंगल पर होती है | निचे दिखाए चित्र में हम solar cooker diagram in hindi को देख सकते है |

solar cooker Electricaldose
Solar Cooker in Hindi

इस बॉक्स के अन्दर खाना पकाने वाले बर्तन होते है जिसमे की खाद्य सामग्री होती है | रिफ्लेक्टर बॉक्स के ढक्कन की तरह ऊपर लगा हुआ होता है और इसका कोण याने एंगल भी बदला जा सकता है ताकि उसे सूरज की दिशा में रखकर किरणों को बॉक्स में मध्य में केन्द्रित किया जा सके |

इस टाइप के सोलर कुकर में तापमान करीब 160℉ तक जाता है |

साथी साथ इसमे खाना बनाने के लिए समय की जरुरत होती है जैसे की उसमे 2 से लेकर 3 घंटा तक लग सकता है, यह समय सूरज के किरणों पर निर्भर होता है |

Advantages of Solar Cooker (सोलर कुकर के फायदे)

  1. सोलर कुकर के लिए किसी तरह के ईंधन याने गैस, लकड़ी, केरोसिन की जरुरत नहीं होती है |
  2. इसमें ईंधन के लिए खर्चा करने की जरुरत नहीं होती है क्यू की solar energy मुफ्त में उपलब्ध होती है |
  3. इसके इस्तेमाल के किसी तरह का प्रदुषण नहीं होता है |
  4. सोलर कुकर को इस्तेमाल करना आसान होता है |
  5. जरुरत के हिसाब से इसके आकार को लिया जा सकता है |
  6. इसमें जो खाना पकने के लिए लगता है याने की पानी को उबालना, गरम करना रोस्ट करना सब कुछ हो सकता है |
  7. सोलर कुकर के लिए सरकार की तरफ से सबसीडी भी दी जाती है|
  8. सोलर कुकर के बना खाना टेस्टी और नुट्रिशन से भरा होता है |

Disadvantages of Solar Cooker (सोलर कुकर के नुकसान):-

  1. सोलर कुकर को अच्छे से काम करने के लिए अच्छी धुप याने सूरज किरणों की जरुरत होती है |
  2. दूसरे साधनो के मुकाबले इसमें ज्यादा समय लगता है खाना पकने के लिए |
  3. सोलर एनर्जी सभी जगहों पर उपलब्ध नहीं होती है |
  4. इसमें खाने के सभी पकवानो को नहीं बनाया जा सकता है |
  5. अगर आसमान में बादल हो तब इसका इस्तेमाल नहीं किया जा सकता है |

Application of Solar Cooker (सोलर कुकर का इस्तेमाल)

  1. खाने को dry करने के लिए इस्तेमल किय जत है
  2. इसका इस्तेमाल घर को गरम रखने के लिए भी किया जाता है |
  3. इसको सोलर फर्नेस की तरह इस्तेमाल किया जाता है |
  4. सोलर पॉवर थर्मल वॉटर पंप में इस्तेमाल किया जाता है |
  5. पानी के शुद्धिकरण के लिए इस्तेमाल किया जाता है |
  6. वैक्स को पिघलने के लिए
  1. सोलर कुकर क्या है ?

    सोलर कुकर एक ऐसा उपकरण है जिसमे सूरज की ऊर्जा का इस्तेमाल करके खाना बनाया जाता है | इसके बोहोत सारे लाभ है जैसे की इसमें बाकि किसी तरह के ईंधन की जरुरत नहीं होती है, इससे प्रदुषण नहीं होता है | इसमें कम खर्चा होता है क्यू की सर्कार की तरफ से इसके लिए सब्सिडी भी दी जाती है |

  2. सोलर कुकर में क्या उपयोग होता है?

    सोलर कुकर में सूरज से निकलने वाले किरणों को एक जगह पर केंद्रित किया जाता है उसकी वजह से केंद्र पर तापमान बढ़ जाता है उसी का इस्तेमाल करके उस हीट एनर्जी को दूसरी जगह पर इस्तेमाल किया जाता है |

  3. सोलर कुकर में कितना तापमान होता है ?

    सोलर कक्केर में लगभग 100℃ से लेकर 140℃ तक तापमान होता है |

  4. सोलर कुकर का रंग Black याने की काला क्यू होता है?

    इसमें काले रंग का इस्तेमाल इसलिए किया जाता है क्यू की काला रंग ऊष्मा को अपने अंदर सोख लेता है उसकी वजह से तापमान और बढ़ता है |

  5. क्या सोलर कुकर से धुआँ निकलता है ?

    इसमें से धुआँ नहीं निकलता क्यू की इसमें किसी तरह के ईंधन को नहीं जलाया जाता है, इससे प्रदुषण नहीं होता है |

  6. सोलर कुकर की कीमत कितनी होती है ?

    इसकी कीमत आकर और प्रकार पर निर्भर होती है इसमें 1000 से लेकर 20000 तक के या उससे भी ज्यादा कीमत के सोलर कुकर मिलते है |

  7. Advantages of solar cooker (सोलर कुकर के फायदे):-

    सोलर कुकर के लिए किसी तरह के ईंधन याने गैस, लकड़ी, केरोसिन की जरुरत नहीं होती है |
    इसमें ईंधन के लिए खर्चा करने की जरुरत नहीं होती है क्यू की solar energy मुफ्त में उपलब्ध होती है |
    इसके इस्तेमाल के किसी तरह का प्रदुषण नहीं होता है |
    सोलर कुकर को इस्तेमाल करना आसान होता है |
    जरुरत के हिसाब से इसके आकार को लिया जा सकता है |
    इसमें जो खाना पकने के लिए लगता है याने की पानी को उबालना, गरम करना रोस्ट करना सब कुछ हो सकता है |
    सोलर कुकर के लिए सरकार की तरफ से सबसीडी भी दी जाती है|
    सोलर कुकर के बना खाना टेस्टी और नुट्रिशन से भरा होता है |

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