Spot welding in Hindi | स्पॉट वेल्डिंग स्पष्टीकरण, उपयोग, लाभ, हानिया

आज के Spot welding in hindi इस आर्टिकल में हम स्पॉट वेल्डिंग क्या है इसका पूरा स्पष्टीकरण देखेंगे | इसका उपयोग कहा पर किया जाता है और लाभ, नाहिया भी जानेंगे |

Spot welding in Hindi (स्पॉट वेल्डिंग क्या है) :-

परिभाषा:- यह एक resistance welding का प्रकार है, इसमे धातु के हिस्से, या टुकडे को किसी spot याने स्थान पर एक साथ जोड़ा जाता है, उसके लिए एक छोटे हिस्से को गरम किया जाता है electrode और कुछ pressure की मदद से |

Resistance welding में से spot welding का इस्तेमाल सबसे ज्यादा किया जाता है | क्यू की इसकी कुछ खासियत है जैसे की इसकी कीमत कम होती है, और इसकी गति भी बोहोत ज्यादा होती है इसकी वजह से इनका इस्तेमाल बोहोत ज्यादा किया जाता है |

Sheet metal की निर्माण के लिए या joining के लिए spot welding का इस्तेमाल सबसे ज्यादा किया जाता है | इस वेल्डिंग से बोहोत अच्छी मैकेनिकल strength मिलती है लेकिन इससे की जाने वाली वेल्डिंग airtight या watertight नहीं होती है |

अगर बोहोत अच्छा वेल्ड चाहिए जिसकी मैकेनिकल ताकत अच्तोछी हो तो उसके लिए हद से अधिक heat नहीं होनी चाहिए उसके लिए welding करने से पहले धातु की सतह को अछे से साफ करना बोहोत जरुरी होता है |

welding in hindi इस एक आर्टिकल में हमें welding के बोहोत सारे प्रकार देखे जो निचे दिए गए है |

Types of welding ( वेल्डिंग के प्रकार):-

1) Gas Welding (गैस वेल्डिग):-

 i) Oxyacetylene  ⅱ) Air-acetylene ⅲ) Oxy-hydrogen

2) Resistance Welding (रेजिस्टेंस वेल्डिंग ):-

 i)  Butt Welding ⅱ) Spot Welding ⅲ) Projection Welding ⅳ) Seam Welding v)Percussion Welding

3) Arc Welding (आर्क वेल्डिंग ):-

 i) Carbon arc Welding ⅱ) Metal arc Welding ⅲ) Gas metal arc welding ⅳ)Gas tungsten arc welding  v)Atomic hydrogen arc Welding ⅵ) Plasma arc Welding ⅶ) Submerged arc Welding ⅷ) Flux-cored arc Welding ⅸ) Electro-slag Welding

4) Thermit Welding  (थर्मिट  वेल्डिंग)

5) Solid-state Welding (सॉलिड स्टेट वेल्डिंग ):-

 i) Friction Welding ⅱ) Ultrasonic Welding ⅲ) Diffusion Welding ⅳ) Explosive Welding

6) Newer Welding (न्यू वेल्डिंग ):-

 i) Electron beam welding ⅱ) Laser Welding

Constructon of spot welding (स्पॉट वेल्डिंग की बनावट):-

इसके बनावट की बटकी जाये तो इसमे दो electrodes होते है जो की pure copper या फिर copper alloy के बने होते है | जैसे की निचे दिखाए चित्र में हम देख सकते है की इन दोनों electrode के बिच में working piece याने दो धातुओ को रखा गया है |

Spot welding in Hindi चित्र में spot welding के पुर्जे जैसे की electrode, water इनलेट, सप्लाई, ट्रांसफार्मर दिखाए गए है
Spot welding in Hindi

Electrode के ऊपर mechanical pressure दिया जाता है जो की foot lever की या फिर air pressure, hydraulic cylinder की मदद से दिया जाता है | सप्लाई के लिए welding transformer का इस्तेमाल किया जाता है |

इसमे electrode को ठंडा रखने के लिए पानी का इस्तेमाल किया जाता है ताकि overheating न हो सके साथी साथ तापमान को भी नियंत्रित किया जाने की सुविधा होती है |

Working of spot welding (स्पॉट वेल्डिंग की कार्यपद्धति):-

ऊपर दिखाए चित्र के हिसाब से बनावट होने के बाद सप्लाई को कुछ समय के लिए चालू कर दिया जाता है | इसी दौरान mechanical pressure को भी दिया जाता है | अब धातु के जिस हिस्से में pressure आ रहा है वो हिस्सा resistance की वजह से गरम होने लगता है, और दोनों के बिच में जॉइंट बन जाता है | उस जॉइंट को pressureके अन्दर ही ठंडा किया जाता है |

इस प्रक्रिया में 5000 A से ज्यादा के करंट का इस्तेमाल किया जाता है, और electrodes के बिच में वोल्टेज बोहोत कम याने की लगभग 2 वोल्ट तक होता है | इसमे लगने वाला समय कम ज्यादा होता है जो की धातु के मोटाई और धातु के प्रकार पर निर्भर होता है |

Electrode और धातु आपसमे न चिपके इसलिए water cooled electrode का इस्तेमाल किया जाता है | अगर spot welding बोहोत अच्छे से करनी हो तो उसके लिए कुछ बातो को ध्यान में रखना बोहोत जरुरी होता है जैसे की सही करंट, दबाव, और welding का समय |

अगर welding के लिए ज्यादा समय लगे तो वेल्ड बोहोत मजबूत बनता है लेकिन उसकी वजह से कुछ दिक्कते भी आती है जैसे की workpiece में distortion और electrode में ज्यादा maintenance साथी साथ ज्यादा एनर्जी की खपत होती है |

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Advantages of  Spot welding (स्पॉट वेल्डिंग के फायदे):-

  1. स्पॉट वेल्डिंग में बोहोत तेजीसे वेल्डिंग की जा सकती है |
  2. इसकी उत्पादकता ज्यादा होती है |
  3. कम कुशल कारीगर भी Spot welding कर सकता है |
  4. इसके प्रक्रिया को automatic या फिर semi-automatic किया जा सकता है |
  5. इसमे से कोई distortion याने विकृति उत्पन्न नहीं होती है |

Disadvantages of  Spot welding (स्पॉट वेल्डिंग के नुकसान):-

  1. ज्यादा मोटाई वाले धातु को वेल्ड नहीं किया जा सकता है |
  2. इसके रखरखाव के लिए कुशल करगिर की जरुरत पड़ती है |
  3. इसकी initial cost याने आरंभिक लागत ज्यादा होती है |
  4. पॉवर सप्लाई में बदलाव से वेल्डिंग पर असर पड़ता है |
  5. सिर्फ पतले धातु को ही अच्छे से वेल्ड कर सकता है |

Application of  Spot welding (स्पॉट वेल्डिंग के उपयोग):-

  1. छोटे शॉप और बिज़नस के लिए इनका बोहोत इस्तेमाल किया जाता है |
  2. Automobile याने वाहनों को बनाने और electronic में किया जाता है |
  3. Sheet metal को जोड़ने के लिए lap welding इस्तेमाल होता है |
  4. बैटरी निर्माण में
  5. फेब्रिकेशन और रिपेयर शॉप में |
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Question answer related to Spot welding  (स्पॉट वेल्डिंग से जुड़े प्रश्न उत्तर):-

Q. स्पॉट वेल्डिंग क्या है ? (What is spot welding ?)

उत्तर:- यह एक resistance welding का प्रकार है, इसमे धातु के हिस्से, या टुकडे को किसी spot याने स्थान पर एक साथ जोड़ा जाता है, उसके लिए एक छोटे हिस्से को गरम किया जाता है electrode और कुछ pressure की मदद से |

Q. स्पॉट वेल्डिंग का इस्तेमाल किसलिए किया जाता है ?(What is spot welding used for ?)

उत्तर:- स्पॉट वेल्डिंग का इस्तेमाल दो धातु के sheet को जोड़ने के लिए किया जाता है इसके लिए दबाव और गर्मी का इस्तेमाल होता है |

Q. स्पॉट वेल्डिंग के फायदे कोनसे है? (What are advantages of spot welding?)

उत्तर:- 

  1. स्पॉट वेल्डिंग में बोहोत तेजीसे वेल्डिंग की जा सकती है |
  2. इसकी उत्पादकता ज्यादा होती है |
  3. कम कुशल कारीगर भी Spot welding कर सकता है |
  4. इसके प्रक्रिया को automatic या फिर semi-automatic किया जा सकता है |
  5. इसमे से कोई distortion याने विकृति उत्पन्न नहीं होती है |
Q. स्पॉट वेल्डिंग मशीन कितनी मोटी शीट पर कितने किलो वाट की मशीन काम करेगी ?
उत्तर:- स्पॉट वेल्डिंग में 10 से लेकर 150 kVA तक की मशीन का इस्तेमाल किया जाता है और मेटल शीट की मोटाई 10 से 12 mm तक होती है |
Q. स्पॉट वेल्डिंग में इलेक्ट्रोड किस सामग्री से बने होते है ?
उत्तर:- Electrodes pure copper या फिर copper alloy के बने होते है |
Q. स्पॉट वेल्डिंग का उपयोग कहा पर किया जाता है ?
उत्तर :- 
  1. छोटे शॉप और बिज़नस के लिए इनका बोहोत इस्तेमाल किया जाता है |
  2. Automobile याने वाहनों को बनाने और electronic में किया जाता है |
  3. Sheet metal को जोड़ने के लिए lap welding इस्तेमाल होता है |
  4. बैटरी निर्माण में
  5. फेब्रिकेशन और रिपेयर शॉप में |

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तो दोस्तों आज हमने Spot welding in Hindi इस आर्टिकल में  स्पॉट वेल्डिंग  क्या होती है ? यह जानने की कोशिश की साथी साथ स्पॉट वेल्डिंग के लाभ और हानिया भी देखि कितने है और, उपयोग के बारेमे भी जाना।
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