ऑयल Oil circuit breaker in hindi इस आर्टिकल में आज हम जानने वाले है की oil circuit breaker kya hai, ऑइल सर्किट ब्रेकर के प्रकार, उसकी बनावट कैसी है, voltage range क्या है, ऑइल सर्किट ब्रेकर का इस्तेमाल कहा पर किया जाता है ?, oil circuit breaker working principle इन चीजों के बारेमे जानेंगे |
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Oil Circuit breaker |
सर्किट ब्रेकर के प्रकार (Types of circuit breaker):-
- Oil circuit breaker
- Vacuum circuit breaker
- Air circuit breaker or air-blast circuit breaker
- SF6 circuit breaker
ऑइल सर्किट ब्रेकर क्या है ? (What is Oil circuit breaker in Hindi ):-
इस सर्किट ब्रेकर में एक insulating oil का इस्तेमाल किया जाता है जैसे की transformer oil, इस आयल का इस्तेमाल arc को बुझाने के लिए किया जाता है | इसके दोनों contacts oil में ही खुलते है , और जब contacts open होजाते है तब दोनों कॉन्टेक्ट्स के बिच में arc उत्पन्न हो जाती है |
जब arc उत्पन्न होती है तब उस वक्त heat याने गर्मी भी बढ़ जाती है और उसकी वजह से contacts के आजु बाजु का oil evaporates हो जाता है उसकी वजह से वह पर गैस उत्पन्न हो जाती है, वह hydrogen gas होती है और वो high pressure पर होती है |
Oil circuit breaker में arc बुझने दो कारण है, पहला यह है की hydrogen गैस की heat conductivity ज्यादा है उसकी वजह से arc ठंडी हो जाती है| दोनों contacts के बिच में de-ionisation medium बन जाता है | दूसरा यह है की गैस की वजह से oil में turbulance बन जाता है contacts के बिच में उसकी वजह से arc पाथ में से arching products हट जाते है |
ऑइल सर्किट ब्रेकर कार्य सिद्धांत (Working principle of oil circuit breaker):-
इसमें fixed contacts और moving contacts होते है, और यह contacts एक बोहोत ही मजबूत tank में होते है यह tank weather-tight होता है और अच्छे से earthed भी होता है | और इसमें एक लेवल तक आयल को भरा जाता है हवा के लिए भी जगह रखी जाती है उसे air cushion कहा जाता है |
Air cushion की जरुरत इसलिए पड़ती है ताकि जब अर्च उत्पन्न उस वक्त जो गैस निर्माण हो जाती है उस गैस के लिए जगह air cushion में हो जाती है ताकि किसी प्रकार का pressure न बन पाये |
सामान्य अवस्था में oil circuit breaker के दोनों contacts एक दूसरे से जुड़े हुए होते है उसकी वजह से इलेक्ट्रिकल सप्लाई अच्छी तरह से बिना किसी रूकावट से चालू रहता है, लेकिन किसी कारणों की वजह से लाइन में किसी प्रकार का fault निर्माण हो जाता है तो उसी वक्त fixed contacts से moving contacts अलग हो जाते है और इलेक्ट्रिकल सप्लाई रुक जाता है |
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Oil Circuit breaker |
Advantages of oil circuit breaker ( आयल सर्किट ब्रेकर के फायदे ) :-
- यह आर्क एनर्जी को पूरी तरह से अपने अंदर सोख लेता है, साथी साथ गॅस की कूलिंग प्रॉपर्टी बोहोत अच्छी होती है इसलिए आर्क बोहोत जल्दी बुझ जाती है |
- आयल insulator की तरह काम करता है और लाइव कंडक्टर और एअर्थ से जुड़े कंपोनेंट्स के बिच में इंसुलेशन की तरह काम करता है |
- आयल की dielectric strength बोहोत ज्यादा होती है |
- इसमें कम आयल की जरुरत होती है और जगह भी कम लगती है |
Disadvantages of oil circuit breaker ( आयल सर्किट ब्रेकर के नुकसान ):-
- यह ज्वलनशील है इसलिए इसमें आग लगने का खतरा होता है |
- अगर वहा के संपर्क में आया तो विस्फोटक हो सकता है |
- Arching की वजह से carbon उत्पन्न हो जाता है और वह oil में ही फस जाता है इसलिए कुछ oil ख़राब हो जाता है और उसे बदलना अनिवार्य हो जाता है |
ऑइल सर्किट ब्रेकर के प्रकार (Types of Oil circuit breaker ) :-
1) Bulk oil circuit breakers
2) Low oil circuit breaker
1) Bulk oil circuit breaker ( बल्क आयल सर्किट ब्रेकर ) :-
इसके नाम से ही पता चल रहा है की इसमें बोहोत ज्यादा आयल की जरुरत पड़ती है | इसमें oil के दो काम होते है एक ये की जब contact अलग होते है तब आर्क को बुझाना और दूसरा ये की लाइव कंडक्टर को दूसरे पुर्जो को इंसुलेशन देना |
Bulk oil circuit breaker के दो प्रकार है |
- Plain break oil circuit breaker
- Arc control oil circuit breaker
A) प्लेन ब्रेक ऑइल सर्किट ब्रेकर (Plain break oil circuit breaker ):-
Plain break circuit breaker में contacts अलग होने का प्रोसेस बोहोत ही आसान होता है, ये contacts oil tank में खुलते है, arc control के लिए इसमें कुछ खास तरह का mechanism नहीं है इसमें arc कण्ट्रोल करने के लिए fixed contacts और moving contacts के बिच में का गैप को काम ज्यादा करना पड़ता है | इसका चित्र हम ऊपर देख सकते है |
Plain break circuit breaker शुरुवाती दिनों में बनाया गया था उसके बाद ऐसी के ऊपर स्टडी करके बाकि के circuit breaker को विकसीत किया गया है | इसकी बनावट बोहोत ही सरल सिंपल है | इसमें fixed contacts और moving contact होते है यह contact एक tank weather-tight होता है |
इस circuit breaker में oil को एक लेवल तक ही भरा जाता है और कुछ जगह खली रखी जाती है | उसे Air cushion कहा जाता है , इस Air cushion का इस्तेमाल तब होता है जब arc उत्पन्न होती है और उसकी वजह से hydrogen गैस निर्माण होती इस गैस के लिए जगह की जरुरत पड़ती है इसी वजह से Air cushion को रखा जाता है |
साधारण स्तिथि में दोनों contacts एक दूसरे से जुड़े होते है और ब्रेकर में से normal current पास होता है, लेकिन जब किसी कारणों की वजह से जब fault उत्पन्न होता है तब moving contacts fixed contact से अलग हो जाता है और supply रुक जाता है |
Advantages of Plain break oil circuit breaker ( प्लैन ब्रेक आयल सर्किट ब्रेकर के फायदे ) :-
- इसकी बनावट बोहोत आसान होती है |
- इसमें contacts अलग होने की क्रिया बोहोत आसान होती है |
Disadvantages of Plain break oil circuit breaker ( प्लैन ब्रेक आयल सर्किट ब्रेकर के नुकसान ) :-
- इसमें arc को control करने के लिए कुछ खास व्यवस्था नहीं की गयी है, अगर arc को कंट्रोल करना है तो contact के बिच के अन्तर को कम ज्यादा करना होगा |
- इस ब्रेकर में आर्किंग का समय ज्यादा और असमान रूप में होता है |
- इस सर्किट ब्रेकर में हाई स्पीड इंटरप्शन नहीं कर पाते है |
B) आर्क कंट्रोल ऑइल सर्किट ब्रेकर (Arc control oil circuit breaker) :-
जैसे की ऊपर हमने देखा की plain oil circuit breaker में कृत्रिम तरीके से arc को नियंत्रित करना थोडासा मुश्किल है | है जरुरी है की जब arc बुझे तब contacts के बिच में का अंतर कम ही हो, इसलिए इस सर्किट ब्रेकर को विकसित किया गया जिसमे arc को control किया जा सके ऐसी लिए इसे arc control oil circuit breaker कहा जाता है | इसके दो प्रकार है जो की गए है :-
ⅱ ) Forced-blast oil circuit breaker
i ) Self-blast oil circuit breaker :-
इस circuit ब्रेकर में जो गैसेस उत्पन्न होती है उनको small volume में सिमित किया जाता है insulating rigid pressure chamber या फिर pot की मदत से जो की contacts के आजु बाजु लगा हुआ होता है | उसकी वजह से जो गैस की वजह से उत्पन्न होने वाली गैसेस को जगह बोहोत कम बच जाती है ऐसी करा से चैम्बर में बोहोत ही high pressure निर्माण हो जाता है |
यह प्रेशर oil और gas को arc की तरफ भेजता है और arc को बुझने में मदत मिलती है | chamber या फिर pot pressure उत्पन्न होगा यह fault current पर निर्भर होता है | यह pressure arc की वजह से ही उत्पन्न होता है, इस लिए इस प्रकार के सर्किट ब्रेकर को self-generated pressure oil circuit breaker जाता है |
pressure chamber या फिर उसे pot भी कहा जाता है उसको विकसित किया गया उनमे से कुछ निचे दिखाए गए है |
b) Cross jet explosion pot
c) Self-compensated explosion pot
ⅱ ) Forced-blast oil circuit breaker:-
जैसे की self-blast oil circuit breaker में हमने देखा की arc ही इतना prsuure उत्पन्न कर देती है की उसकी वजह से oil arc path के बिच में आ जाता है और उसकी वजह से arc बुझ जाती है | इसमें सबसे बड़ी दिक्कत यह है की archig का समय कम ज्यादा हो सकता है क्यू की यह fault current पर निर्भर होता है |
इस दिक्कत हो forced blast circuit breaker में सुधारा गया है,इसमें जितना pressure चाइये उस pressure को बाहरी mechanism की मदत से जेनेरेट किया जाता है |
forced blast circuit breaker में में oil pressure को piston-cylinder की मदत से उत्पन्न किया जाता है| piston को moving contact के साथ connect किया जाता है, जब भी fault उत्पन्न हो जाता है तब contacts सुरक्षित तरीके से से अलग हो जाते है और arc contact में रहती है| piston oil को तेजी से contact गैप में भेज देती है और उसकी वजह से अर्च बुझ जाती है |
2) Low oil circuit breaker ( लो ऑइल सर्किट ब्रेकर):-
जैसे की ऊपर हमने bulk-oil circuit breaker में देखा की वह किस तरह से काम करते है उसमे हमने देखा की oil का इस्तेमाल arc बुझाने के लिए और दूसरा live parts को earth से insulate करने के लिए इस्तेमाल होता है | उसमे यह देखा यहाँ की arc को बुझाने के लिए बोहोत ही काम percentage में इस्तेमाल होता है तर oil का इस्तेमाल insultaing के तौर पर होता है |
इस वजह से bulk-oil circuit breaker में oil की मात्रा बोहोत ज्यादा होती है उसकी वजह से system voltage भी बढ़ता है | उसकी वजह से circuit breaker को बनानेका खर्चा बोहोत बढ़ जाता है और साथी साथ tank का size और वजन भी बढ़ जाता है , इसकी वजह से आग लगाने का खतरा होता है और रखरखाव में भी दिक्कत आती है |
low oil circuit breaker में solid material इस्तेमाल किया जाता है insulation के लिए और बोहोत कम मात्रा में oil का इस्तेमाल होता है, इसमें और भी arc control devices का इस्तेमाल किया जाता है ताकि arc को बुझा सके |
Advantages of Low oil circuit breaker ( लो आयल सर्किट ब्रेकर के नुकसान ):-
- इसमें कम आयल की जरुरत पड़ती है |
- इस CB में आग लगने का खतरा कम होता है |
- इसको लगाने के लिए कम जगह की जरुरत पड़ती है |
- Maintenance प्रॉब्लम बोहोत कम हो जाता है |
Disadvantages of Low oil circuit breaker ( लो आयल सर्किट ब्रेकर के नुकसान ):-
- कम आयल इस्तेमाल की वजह से CB में carbonization बढ़ जाता है |
- कॉंटॅक्ट स्पेस में से गैसेस को निकालना मुश्किल होता है |
- Carbonization की वजह से Oil की dielectric strength कम हो जाती है |
ऑयल सर्किट ब्रेकर का रखरखाव (Maintenance Of Oil Circuit Breaker) :-
- Current carrying parts और arching contacts को चेक करना, अगर contacts ख़राब हो गए हो तो उन्हें बदले |
- Oil की dielectric strenght को जाँचे, अगर oil अछा नहीं है तो बदले |
- Insulation की जाँच की जाये ,
- Oil level को जाँचे की जाये |
- Tripping mechanism की जाँच की जाये |
Application of oil circuit breaker (आयल सर्किट ब्रेकर के उपयोग):-
- इनका इस्तेमाल छोटे और माध्यम आकार के substation में किया जाता है ताकि डिस्ट्रीब्यूशन लाइन को प्रोटेक्ट किया जा सके |
- Switchyard में इनका इस्तेमाल किया जाता है |
- ट्रांसमिशन और डिस्ट्रीब्यूशन सिस्टम में |
FAQs about Oil circuit breaker ( आयल सर्किट ब्रेकर से जुड़े प्रश्न उत्तर ):-
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आयल सर्किट ब्रेकर का इस्तेमाल कहाँ पर किया जाता है ?(Where are oil circuit breaker used?)
उत्तर:- Substations में और transmission network में इस्तेमाल किये जाते है |
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आयल सर्किट ब्रेकर के फायदे कोनसे है ?( What are advantages of OCB ?)
1. यह आर्क एनर्जी को पूरी तरह से अपने अंदर सोख लेता है, साथी साथ गॅस की कूलिंग प्रॉपर्टी बोहोत अच्छी होती है इसलिए आर्क बोहोत जल्दी बुझ जाती है |
2. आयल insulator की तरह काम करता है और लाइव कंडक्टर और एअर्थ से जुड़े कंपोनेंट्स के बिच में इंसुलेशन की तरह काम करता है |
3. आयल की dielectric strength बोहोत ज्यादा होती है |
4. इसमें कम आयल की जरुरत होती है और जगह भी कम लगती है | -
आयल सर्किट ब्रेकर के नुकसान कोनसे है ?( What are disadvantages of OCB ?)
1. यह ज्वलनशील है इसलिए इसमें आग लगने का खतरा होता है |
2. अगर हवा के संपर्क में आया तो विस्फोटक हो सकता है |
3. Arching की वजह से carbon उत्पन्न हो जाता है और वह oil में ही फस जाता है इसलिए कुछ oil ख़राब हो जाता है और उसे बदलना अनिवार्य हो जाता है | -
आयल सर्किट ब्रेकर के प्रकार कितने है ?( Types of oil circuit braker)
1) Bulk oil circuit breakers :-
A) Plain break oil circuit breaker
B) Arc control oil circuit breaker:-
i ) Self-blast oil circuit breaker
ⅱ ) Forced-blast oil circuit breaker
2) Low oil circuit breaker -
सर्किट ब्रेकर के कितने प्रकार है ? ( Types of circuit breaker )
1. Oil Circuit breaker
2. Vacuum circuit breaker
3. Air circuit breaker
4. SF6 Circuit breaker -
OCB में आर्क इंटरप्शन कब होता है ?
जब करंट जीरो जाता है |
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इलेक्ट्रिकल में OCB का फुल फॉर्म क्या होता है ?
OCB मतलब Oil Circuit Breaker
यह भी पढ़े:-
5) star delta स्टार्टर क्या है ?
आज इस आर्टिकल में हमने जाना की Oil circuit breaker in hindi | Oil circuit breaker प्रकार और पूरी जानकारी ली जो कुछ भी जाना वो आपको जरुर पसंद आया होगा अगर पसंद आया तो कमेंट में जरुर बताना . आज हमने यह भी सिखा की oil circuit breaker types कितने है , औरAdvantages of oil circuit breaker और भी बोहोत सारी बाते सिंखी | अगर इसमे कुछ सुज्हाव है या कुछ और जानकारी होनी चाहिए ऐसा लगता है to कमेंट में जरुर बताना अगर आपको यह आर्टिकल transformer kya hai अच्छा लगे तो facebook. instagram twitter जैसे social network पर जरुर share करना