Vacuum circuit breaker in hindi इस आर्टिकल में हम वैक्यूम सर्किट क्या है VCB क्या है ?, और इसका कार्यसिद्धन्त याने की working principle of vaccum circuit breaker,
साथी साथ इसके फायदे और नुकसान भी जाननेकी कोशिश करेंगे और वैक्यूम सर्किट ब्रेकर का इस्तेमाल application of वैक्यूम सर्किट ब्रेकर कहा पर किया जाता है इसके बारेमे भी जानेंगे |
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Vacuum Circuit Breaker in Hindi |
वैक्यूम सर्किट ब्रेकर क्या है? (What is a vacuum circuit breaker in Hindi) :-
इस सर्किट ब्रेकर में vacuum का इस्तेमाल arc को बुझाने के लिए किया जाता है | VCB में वैक्यूम की सिमा 10^-7 से 10^-5 torr तक होती है | Vacuum की इन्सुलेशन strenght ज्यादा होने की वजह से दूसरे मध्यम से इसकी क्षमता ज्यादा होती है |
जब वैक्यूम में ब्रेकर के कॉन्टेक्ट्स ओपन हो जाते है तब दो कॉन्टेक्ट्स के बिच में dielectric strengh बोहोत ज्यादा होती है याने 1000 गुना ज्यादा होती है दूसरे सर्किट ब्रेकर के मुकाबले |
इनका इस्तेमाल substation, industries, power plant में किया जाता है | इसका इस्तेमाल 11 Kv से लेकर 33 Kv तक किया जाता है, अगर इसके ऊपर के वोल्टेज में इसका इस्तेमाल करे तो price के हिसाब से वह महंगा हो जाएगा |
इसमें फिक्स और मूविंग कॉन्टैक्ट होते है जिन्हे वैक्यूम के अंदर बोहोत अच्छे से सील किया होता है ताकि बाहरी तत्व अंदर ना जा सके इसके कारन VCB बोहोत कार्यकुशल है |
VCB के contacts को बनाने के लिए Cu / Cr का इस्तेमाल करना अच्छा होता है | इस circuit breaker की खोज 1960 में की गयी थी आज भी इस सर्किट ब्रेकर में डेवलपमेंट की जा रही है |
वैक्यूम सर्किट ब्रेकर कार्य सिद्धांत (Vacuum Circuit Breaker principle) :-
जब VCB के कॉन्टेक्ट्स vacuum में खुलते है तब दोनों contacts बिच में arc उत्पन्न हो जाती है यह arc धातु के ionisation की वजह से उत्पन्न होती है। यह arc उत्पन्न होने के तुरंत बोहोत ही तेजी से बुझ जाती है क्यू की यह metalic vapours होती है |
जब arc उत्पन्न होती है तब electrons और ions भी तैयार होते है और यह से कॉन्टेक्ट्स के ऊपर condense हो जाती है, इसकी वजह से जैसे ही आर्क उत्पन्न होती है vacuum के dielectric strengh की वजह से तुरंत बुझ जाती है | इसमें एक महत्व पूर्ण बात ये है की Arc quenching medium याने की वैक्यूम होता है |
वैक्यूम सर्किट ब्रेकर की बनावट (Construction of vacuum circuit breaker ) :-
ऊपर दिखाई गए चित्र में हम वैक्यूम सर्किट ब्रेकर की बनावट अच्छी तरह से देख सकते है | इसमें फिक्स कॉन्टेक्ट्स, मूविंग कॉन्टेक्ट्स और arc shiled होती है यह पुरे पुर्जे वैक्यूम के अंदर ही होते है, हिलने वाला कॉनटैक्ट याने मूवेबल कॉन्टैक्ट control mechanism के साथ जुड़ा होता है एक stainless steel bellows की मदद से |
स्टेनलेस स्टील बेलौस वजह से वैक्यूम चेम्बर बोहोत अच्छे से सील हो जाता है इसकी वजह से leak याने की रिसाव समस्या नहीं आती है |
Glass vessel या फिर ceramic vessel इस्तेमाल बाहरी insulating ढांचा बनाने के लिए इस्तेमाल होता है | VCB की dielectric strength हवा के मुकाबले आठ गुना और SF6 circuit breaker के मुकाबले चार गुना अछि होती है |
वैक्यूम सर्किट ब्रेकर के काम करने का तरीका ( vacuum circuit breaker working principle ) :-
जब VCB ऑपरेट होता है तब moving contact fixed contact से अलग हो जाता है और उसकी वजह से दोनों कॉन्टेक्ट्स के बिच में arc उत्पन्न हो जाती है | यह arc इसलिए उत्पन्न होती है क्यू की कॉनटैक्ट के मेटल का ionisation हो जाता है और arc उत्पन्न होती है | Arc इसपर भी निर्भर होता है की कॉन्टेक्ट्स में कितना मेटल है |
Arc बोहोत तेजीसे बुझ जाती है क्यू की यह एक metalic vapour होती है electrons और ions arc बुझने दौरान तैयार होते है और यह electrons और ions fixed और moving contacts के अंदर सोख लिए जाते है |
Vacuum की dielectric strenght की recovery बोहोत तेजीसे होती है| जब arc उत्पन्न होती है और वैक्यूम की मदद से बुझ जाती है तब contacts में का अंतर 0.625 cm होता है |
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वैक्यूम सर्किट ब्रेकर के फायदे (Advantages of vacuum circuit breaker) :-
- आग से खतरा नहीं होता है |
- इसका आकर छोटा होता है इसलिए इस्तेमाल करने में आसानी होती है |
- लॉन्गर लाइफ याने की समय तक काम करता रहता है |
- ऑपरेशन के समय किसीतरह का गैस उत्पन्न नहीं होती है |
- VCB बोहोत ही अछि तरह से heavy current को break कर सकता है |
- Maintenace बोहोत कम होता है, ऑपरेशन दौरान किसी तरह आवाज नहीं होता है | |
- यह सर्किट ब्रेकर lighting strick को भी सहन कर सकता है |
- इसमें आर्क एनर्जी कम होती है |
- VCB Indoor और साथी साथ Outdoor में उपलब्ध होता है |
वैक्यूम सर्किट ब्रेकर के नुकसान (Disdvantages of vacuum circuit breaker) :-
- इसका मुख्य नुसकान या disadvantage ये है की 38 KVolt के इस्तेमाल करना price के हिसाब से नुकसान देय है |
- One Time इन्वेस्टमेंट करे तो प्रोडक्ट की प्राइस बोहोत ज्यादा है |
- जैसे जैसे वोल्टेज रेटिंग बढ़ता जायेगा वैसे ही इसका प्राइस भी बढ़ता जायेगा |
- अगर VCB का प्रोडक्शन करना हो तो कम मात्रा में नहीं कर सकते कम मात्रा में करने से नुकसान होगा |
- Vacuum की मात्रा को एक जैसा बनाये रखना पड़ता है |
Vacuum circuit breaker MCQ type question with the answer:-
FAQs related to Vacuum circuit breaker ( VCB से जुड़े प्रश्न उत्तर ):-
जब VCB ऑपरेट होता है तब moving contact fixed contact से अलग हो जाता है और उसकी वजह से दोनों कॉन्टेक्ट्स के बिच में arc उत्पन्न हो जाती है | यह arc इसलिए उत्पन्न होती है क्यू की कॉनटैक्ट के मेटल का ionisation हो जाता है और arc उत्पन्न होती है |
Arc बोहोत तेजीसे बुझ जाती है क्यू की यह एक metalic vapour होती है electrons और ions arc बुझने दौरान तैयार होते है और यह electrons और ions fixed और moving contacts के अंदर सोख लिए जाते है |
- इसका आकर छोटा होता है इसलिए इस्तेमाल करने में आसानी होती है |
- लॉन्गर लाइफ याने की समय तक काम करता रहता है |
- ऑपरेशन के समय किसीतरह का गैस उत्पन्न नहीं होती है |
- VCB बोहोत ही अछि तरह से heavy current को break कर सकता है |
- Maintenace बोहोत कम होता है, ऑपरेशन दौरान किसी तरह आवाज नहीं होता है | |
- यह सर्किट ब्रेकर lighting strick को भी सहन कर सकता है |
- इसमें आर्क एनर्जी कम होती है |
- VCB Indoor और साथी साथ Outdoor में उपलब्ध होता है |
Vacuum Circuit Breaker in hindi | वैक्यूम सर्किट ब्रेकर क्या है पूरी जानकरी ? कार्य सिद्धांत, रचना और उपयोग आज हमने इस आर्टिकल में देखा आशा है की आपको कुछ सीखने को मिला होगा अगर आपका कुछ सुझाव है तो कमेंट बॉक्स में जरूर बताना, अगर आपको यह लगी हो तो दोस्तों साथ जरूर share करे|
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